हमारा उद्देश्य समाज में सेवा, संस्कृति और सद्भाव का प्रसार करना है।
गौ माता की सेवा एवं संरक्षण हमारे प्रमुख उद्देश्यों में से एक है।
संतों की सेवा के माध्यम से समाज में आध्यात्मिकता का प्रसार किया जाता है।
संस्कृत भाषा और सनातन संस्कृति का संरक्षण एवं प्रचार हमारा कर्तव्य है।
हम एक अंतरराष्ट्रीय, गैर-लाभकारी संस्थान हैं, जो मानवता, धर्म और संस्कृति के उत्थान के लिए समर्पित है। संस्थान के अंतर्गत संस्कृत विद्यालय और गौशालाओं का संचालन किया जा रहा है। इनके माध्यम से हम वैदिक शिक्षा, गौ संरक्षण और सनातन संस्कृति का प्रचार करते हैं।
हमारा ध्येय है समाज में धार्मिक चेतना, आध्यात्मिक मूल्य और सांस्कृतिक गौरव का पुनर्जागरण करना।